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गंगरेल बांध- धमतरी | Gangrel Dam in Hindi

छत्तीसगढ़ का सबसे प्रमुख बांध - गंगरेल बांध (Gangrel Dam) | Gangrel Dam in Hindi

अगर आप इस पोस्ट को पढ़ रहे है तो आप गंगरेल बांध के बारे में जरूर जानना चाह रहे होगे। हम आपको इस पोस्ट में गंगरेल बाँध की पूरी जानकारी देने की कोशिश करेंगे, जिससे आपको यहाँ घुमने में आसानी होगी। -सीजी ट्रिप

Gangrel Dam in Hindi

गंगरेल बांध (Gangrel Dam in Hindi)

  1. गंगरेल बांध के बारे में सामान्य जानकारी डिटेल में (Hindi)
  2. विद्युत उत्पादन (Power Generation)
  3. गंगरेल बांध के 14 गेट
  4. मिनी गोवा (Mini goa)
  5. ग्रीन पार्क (Green Park)
  6. एडवेंचर (Adventure)
  7. धार्मिक स्थल 
  8. प्रमुख शहरों से दूरी 
  9. निष्कर्ष (conclusion)

गंगरेल बांध के बारे में सामान्य जानकारी :-

छत्तीसगढ़ राज्य के अंतर्गत धमतरी जिले में गंगरेल बांध स्थित है।  इस बांध को "श्री रविशंकर शुक्ल " के नाम पर रखा गया है, क्योंकि इस बांध का नामकरण स्वतंत्रता सेनानी एवं अविभाजित म.प्र. के प्रथम मुख्यमंत्री श्री रवि शंकर शुल्क के नाम पर "रवि शंकर जलाशय" रखा गया है।  इस बांध की स्थापना सन-1978 में की गयी थी। बांध निर्माण की घोषणा सन-1972 में की गयी थी। इस बांध का उद्घाटन तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गाँधी जी के द्वारा किया गया था।

gangrel dam

Gangrel Dam in Hindi: गंगरेल बांध महानदी के पार पर बनाया गया है गंगरेल बांध छत्तीसगढ़ का सबसे लम्बा बांध है। गंगरेल बांध बेहद खूबसूरत बनाया गया है, बांध में बहुत सारे मनोहर दृश्य देखने मिलते है। इस बांध को बनने में लगभग 6 साल का समय लग गया था।

गंगरेल बांध से जुडी कई महत्वपूर्ण बाते है, जो निम्न है-

विद्युत उत्पादन (Power Generation): -

गंगरेल बांध पर 10 मेगावाट की जलविधुत परियोजना संचालित है। गंगरेल बांध में जल धारण क्षमता 15,000 क्यूसेक है। बांध की दूरी 15 कि.मी . है। 10 ऍम.वी. क्षमता की गंगरेल हाइडल पावर प्रोजेक्ट नामक एक हाइडल पावर परियोजना द्वारा आसपास के क्षेत्र हेतु विद्युत का उत्पादन होता है। 

गंगरेल बांध के 14 गेट:-

गंगरेल बांध में 14 गेट है। जिस पर महानदी का पानी छोड़ा जाता है, अधिक बारिश होने पर गंगरेल बांध के पुरे 14 गेट को खोल दिया जाता है इस समय गंगरेल बांध बेहद खूबसूरत दिखाई देता है तीन साल बाद जिले में लगातार बारिश होने पर सभी बांध में 90 फीसदी भर चुके थे, जिसको देखते गंगरेल बांध के 14 गेट को खोल दिये गए थे। जहां से महानदी में तक़रीबन 20 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।

gangrel bandh ke 14 gate

 मिनी गोवा(Mini Goa): -

गंगरेल बांध में पर्यटकों को और आकर्षित करने के लिए मिनी गोवा का निर्माण किया गया है। जिसे आर्टिफीसियल बीच भी कहा जाता है। मिनी गोवा में बोटिंग की भी सुविधा उपलब्ध है। यहाँ पर रुकने के लिए रिजोट  भी अवेलेबल है। ये रिजोट मिनी गोवा को और भी ज्यादा आकर्षित बनाता है। गंगरेल बांध के मिनी गोवा में रेस्टोरेंट भी है। यह के फ़ूड बहुत अच्छे मिलते है। रिजोट के अन्दर बहुत ही खूबसूरत गार्डन बनाया गया है। मिनी गोवा में Entartica seawarld activities rates भी होते है। जिसकी Starting fees 100/- है। 

gangrel bandh mini goa

ग्रीन पार्क(Green Park):-  

गंगरेल बांध के गेट से पहले ग्रीन पार्क का गेट आता है। ग्रीन पार्क में Entry fees 20/per. है। इस ग्रीन रिजोट को बेहद आकर्षित बनाया गया है। इसकी बनावट भूल-भुलैया जैसी बनाई गयी है। ऐसा कहा जा सकता है की ये ग्रीन पार्क गंगरेल बांध की सुन्दरता में चार-चाँद लगा देता है। चारों तरफ हरियाली का मनोहर दृश्य देखने को मिलता है। ग्रीन पार्क के अन्दर बच्चों के खेलने के लिए झूले बनाये गये है। यह पर्यटकों के खाना खाने के लिए एक स्थान बनाया गया है , जहां पर पर्यटक अपने लाये गये खाने को खा सकते है। ग्रीन पार्क में एक ब्रिज़ बनाया गया है, जिसे लक्ष्मण झुला कहते है।

एडवेंचर(adventure): -

गंगरेल बांध का अंदर एडवेंचर पार्क बनाया गया है । एडवेंचर पार्क धमतरी से मात्र 12 कि.मि. की दूरी पर है इस एडवेंचर के अन्दर केंटिन की सुविधा भी उपलब्ध है। एडवेंचर पार्क में Adventure Sports Zone बनाया गया है , जहां पर Total 11 Activity होती है। यह पर एक ब्रीज  स्थित है, जिसे परमा ब्रीज कहते है जो टायरो से बनाया गया है। adventure पार्क के अंदर भी बच्चों के खेलने के लिए झूले बनाये गये है।

धार्मिक स्थल:-

गंगरेल बांध से थोड़ी दूरी में माँ अंगार मोती का मंदिर स्थापित है। अंगार मोती माता की मंदिर में ये मान्यता है की अंगार मोती माता लोगों की मनोकामना पूरी करती है। यह जो भी मन्नत मांगी जाती है वो पूरी होने के बाद चढ़वा चढ़ाया जाता है। ऐसा कहा जाता है की जब गंगरेल बांध की स्थापना हुई तो आस-पास की 55 गाँवों पानी में डूब गये थे गाँव में जितने भी देवी-देवता थे वो भी जल में समां गये थे जिनमें से गाँवों वालो ने अंगार मोती माता को गंगरेल के तीर पर विराजमान किया। अंगार मोती माता को वन देवी भी कहा जाता है। दीवाली के पहले वाले शुक्रवार को यह पर मंड़ाई का आयोजन किया जाता है।

angar moti mata

प्रमुख शहरों से दूरी:-

  • Dhamtari - 13km
  • Raipur      - 91.5km
  • Bilaspur   - 212.5km
  • Durg        - 81.4km
  • Kanker     - 62.0km
  • Nagri      -   60.5km 

निष्कर्ष(conclusion): -

हमारे c.gtrip.com में हमने आप को गंगरेल बांध की जानकारी दी है पर इस जानकारी का मजा आप यह आके , घूम के उठा सकते है। आशा है की हमारी जानकारी आपके काम आयेगी।

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